श्री राम जय राम जय-जय राम
शेष न कोई आशा हो जब
चारों ओर निराशा हो जब
तब फ़िर बोलो येही नाम
श्री राम जय राम जय-जय राम
जीते-जी तब सबसे नाता
इसके बाद न कोई निभाता
अंत समय में आता काम
श्री राम जय राम जय-जय राम
सार गुरू उपदेश का है ये
जीवन-धन सौमित्र का है ये
रे-मन बन-जा राम गुलाम
श्री राम जय राम जय-जय राम
Sunday, December 26, 2010
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